Lok Sabha Election 2024: एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और नेशनल इलेक्शन वॉच की एक रिपोर्ट के मुताबिक लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में चुनाव लड़ रहे 1,710 उम्मीदवारों में से लगभग 360 से ज्यादा उम्मीदवारों पर आपराधिक आरोपों का केस चल रहा है। यहां तक कि, चुनाव लड़ने वाले 16 प्रतिशत उम्मीदवार गंभीर आपराधिक आरोपों का भी सामना कर रहे हैं।
गंभीर आपराधिक मामलों में ऐसे अपराध शामिल हैं जिनमें ज्यादातर सज़ा होती है।
आपराधिक रिकॉर्ड पर EC
भारत के चुनाव आयोग ने कहा था कि सभी राजनीतिक दलों को फरवरी 2020 से सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों के बारे में डीटेल से जानकारी अपलोड करनी है। जिसमें अपराधों की प्रकृति, प्रासंगिक विवरण जैसे आरोप तय किए गए हैं। साथ ही संबंधित अदालत, केस नंबर आदि शामिल हैं।
चुनाव आयोक के डेटा के हिसाब से इस बार चुनाव लड़ रहें इन राज्यों में सबसे ज्यादा उम्मीदवार है। तेलंगाना में सबसे ज्यादा 525 उम्मीदवार 17 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। इसके बाद आंध्र प्रदेश में 454 उम्मीदवार 25 सीटों पर और महाराष्ट्र में 298 उम्मीदवार 11 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर में एक सीट पर 24 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
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चौथे चरण में कुल 1,717 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा। हालांकि, सात उम्मीदवारों का विश्लेषण नहीं किया जा सका, क्योंकि रिपोर्ट के समय उनके दस्तावेजों और हलफनामों को ठीक से स्कैन नहीं किया गया था।
आपराधिक बैकग्राउंड वाले उम्मीदवार
रिपोर्ट में भेजे गए 1710 उम्मीदवारों में से निम्नलिखित पर केस दर्ज है:-
- 21 प्रतिशत (360 उम्मीदवारों) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
- 16 प्रतिशत (274 उम्मीदवार) पर गंभीर आपराधिक मामले हैं।
- 17 उम्मीदवारों ने सजा की घोषणा की है।
- 11 उम्मीदवारों पर हत्या का आरोप।
- 30 उम्मीदवारों को हत्या के प्रयास से जुड़े मामलों में फंसाया गया है।
- 50 उम्मीदवारों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामले हैं, जिनमें 5 पर बलात्कार के आरोप हैं।
- 44 उम्मीदवारों के पास अभद्र भाषा से संबंधित मामले हैं।
- 11 उम्मीदवारों ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 के तहत उनके खिलाफ हत्या से संबंधित मामले घोषित किए।
- 30 उम्मीदवारों ने उनके खिलाफ हत्या के प्रयास (आईपीसी की धारा 307) से संबंधित मामले घोषित किए।
- 50 उम्मीदवारों के खिलाफ महिलाओं के खिलाफ अपराधों से संबंधित मामले दर्ज हैं। उनमें से, पांच उम्मीदवारों ने बलात्कार (आईपीसी की धारा 376) से संबंधित आरोपों की घोषणा की।
- 44 उम्मीदवारों ने उनके खिलाफ हेट स्पीच से संबंधित आरोपों की घोषणा की है।
आपराधिक बैकग्रउंड वाले उम्मीदवारों की पार्टी वार सूची
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम), शिवसेना, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा), बीजू जनता दल (बीजद), राष्ट्रीय जनता दल (राजद), शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), युवाजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी), तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में चुनाव लड़ने वाले कई उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज है। कुछ के खिलाफ ये केस अभी भी चल रहें है। चुनाव आयोग की मांगी गई रिपोर्ट में भी सभी उम्मीदवारों ने अपनी आपराधिक घोषणा नहीं भेजी थी। ऐसे में सत्ता के प्रधान के रुप में एक अपराधी को चुनना, अपने आप में जनता के लिए बड़ी चुनौती है। ये तो जनता पर निर्भर करता है कि 2024 का ये संग्राम किसके पक्ष में जाता है।