Karan Thapar Net Worth: आयु, शिक्षा और करियर, जानें इस बेबाक पत्रकार से जुड़ी सारी अनसुनी बातें

Karan Thapar Net Worth: करन थापर एक फेमस भारतीय पत्रकार और टेलीविजन प्रस्तुतकर्ता हैं, जिन्होंने अपने तीखे और बेबाक सवालों से पहचान बनाई है।

इस आर्टिकल में हम करन थापर के जीवन को विस्तार से जानेंगे, जिसमें उनकी शिक्षा, पत्रकारिता का करियर, उनकी लिखी किताबें, उनकी उपलब्धियाँ और उनकी कुल संपत्ति(Karan Thapar Net Worth) शामिल हैं।

karan thapar early life

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

करन थापर का जन्म 5 नवंबर 1955 को शिमला, भारत में हुआ था। उनके पिता जनरल प्राण नाथ थापर भारतीय सेना के पूर्व प्रमुख थे और उनकी मां, बिमला थापर, एक समाजसेवी थीं। उनके परिवार में देशभक्ति और समाज सेवा का माहौल था, जिसने करन को भी समाज के प्रति जिम्मेदार और संवेदनशील बनने की प्रेरणा दी।

करन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा देहरादून के दून स्कूल से प्राप्त की थी। इसके बाद उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के पेम्ब्रोक कॉलेज से इकोनॉमिक्स और पॉलिटिकल साइंस में बैचलर्स की डिग्री हासिल की। अपनी हायर स्टडीज़ के लिए उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के सेंट एंथोनी कॉलेज से इंटरनेशनल रिलेशंस में मास्टर्स किया।

Karan Thapar biography

पत्नी और व्यक्तिगत जीवन

करन थापर का व्यक्तिगत जीवन काफी निजी रहा है। उनकी पत्नी का नाम निशा थापर था जिनका इंसेफेलाइटिस (Encephalitis) की बीमारी के कारण 1982 में 33 की उम्र में निधन हो गया था। करन की कोई संतान नहीं है। परिवार के सदस्यों के बीच उनके संबंध बहुत ही घनिष्ठ और अच्छे है।

karan thapar wife

पत्रकारिता में करियर

उन्होंने द टाइम्स,नाइजीरिया के साथ अपने करियर की शुरुआत की। 1982 में वे लन्दन वीकेंड टेलीविज़न में शामिल हो गए और अगले 11 सालों तक वहाँ काम किया। फिर वे भारत आ गए जिसके बाद उन्होंने होम टीवी, द हिंदुस्तान टाइम्स टेलीविज़न ग्रुप और यूनाइटेड टेलीविज़न के साथ काम किया है।

उनके टीवी शोज को लोगों द्वारा बहुत पसंद किया गया है। अप्रैल 2014 में, थापर ने CNN-IBN को छोड़ दिया था जिसके बाद वे इंडिया टुडे में आ गए थे। उन्होंने “टुनाइट एट 10”, “हार्डटॉक इंडिया”, और “डेविल्स एडवोकेट” जैसे प्रसिद्ध टेलीविजन शो होस्ट किए हैं। फ़िलहाल, वे चैनल के नए शो ‘टू द पॉइंट’ को होस्ट कर रहे हैं।

राजनेताओं से लेकर प्रधानमंत्रियों का इंटरव्यू

करन थापर अपने तीखे और बेबाक सवालों के लिए जाने जाते हैं। उनकी पत्रकारिता शैली ने उन्हें भारत के सबसे विवादास्पद और प्रतिष्ठित पत्रकारों में से एक बना दिया है। उन्होंने कई प्रमुख राजनेताओं और व्यक्तित्वों का इंटरव्यू लिया है, जिसमें अक्सर उन्होंने कठिन और अप्रिय सवाल पूछे हैं।

उन्होंने बड़े इंटरव्यूज में पूर्व राष्ट्रपति आर. वेंकटरमन, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्रियों, बेनज़ीर भुट्टो और मोइन क़ुरैशी और पी.वी. नरसिम्हा राव का प्रधान मंत्री के रूप में पहला इंटरव्यू शामिल था। उन्होंने 2007 में गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू किया था, जो बीच में ही रुक गया था। इसके अलावा उन्होंने अरविंद केजरीवाल, जयललिता, लालू प्रसाद यादव, ममता बनर्जी, रिचर्ड आर्मिटेज, शाहरुख खान, अमिताभ बच्चन, ऋतिक रोशन, दीपिका पादुकोण, आमिर खान, रतन टाटा, मुकेश अंबानी, सचिन तेंदुलकर, जैसी बड़ी हस्तियों का इंटरव्यू लिया हुआ है।

करन थापर की किताबें

करन थापर एक प्रख्यात भारतीय पत्रकार और लेखक हैं, जिन्होंने अपने पत्रकारिता करियर के दौरान कई प्रमुख किताबें लिखी हैं। उनके लेखन में उनकी गहरी अंतर्दृष्टि, बेबाकी और पत्रकारिता के अनुभवों का समावेश देखने को मिलता है। यहाँ करन थापर द्वारा लिखी गई प्रमुख पुस्तकों की सूची दी गई है:

karan thapar books

“More Salt Than Pepper”
“Devil’s Advocate: The Untold Story”
“The Other Side Of The Table”

इन पुस्तकों में करन थापर ने अपने पत्रकारिता जीवन के कई अनकहे किस्से और इंटरव्यू के पीछे की कहानियाँ साझा की हैं।

शिक्षा में उपलब्धियाँ

karan thapar achievements

करन थापर ने शिक्षा में भी बड़ी उपलब्धियाँ हासिल की हैं। उन्होंने दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त की है। कैंब्रिज और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में उनकी शिक्षा ने उन्हें विश्लेषणात्मक सोच और व्यापक दृष्टिकोण प्रदान किया, जो उनकी पत्रकारिता में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।

उपलब्धियाँ (Karan Thapar)विवरणतारीख
सर्वश्रेष्ठ करेंट अफेयर्स कार्यक्रम (एशियन टेलीविजन अवार्ड्स)खुर्शीद कसूरी के साथ साक्षात्कारदिसंबर 2003
सर्वश्रेष्ठ करेंट अफेयर्स प्रस्तुतकर्ता (एशियन टेलीविजन अवार्ड्स)राधा, राजा और कौशल्या रेड्डी के साथ साक्षात्कारदिसंबर 2003
टीचर्स अवार्ड फॉर कम्युनिकेशननवंबर 2004
सर्वश्रेष्ठ करेंट अफेयर्स प्रस्तुतकर्ता (तीसरी बार, एशियन टेलीविजन अवार्ड्स)अरुण जेटली के साथ हार्डटॉक इंडिया साक्षात्कारदिसंबर 2005
सर्वश्रेष्ठ करेंट अफेयर्स प्रस्तुतकर्ता (चौथी बार, एशियन टेलीविजन अवार्ड्स)डेविल्स एडवोकेट कार्यक्रमदिसंबर 2007
रामनाथ गोयनका ब्रॉडकास्ट जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर अवार्डअप्रैल 2009
सर्वश्रेष्ठ करेंट अफेयर्स प्रस्तुतकर्ता (इंडियन न्यूज़ ब्रॉडकास्टिंग अवार्ड)2009 और 2010
सर्वश्रेष्ठ करेंट अफेयर्स प्रस्तुतकर्ता (पाँचवीं बार, एशियन टेलीविजन अवार्ड्स)दिसंबर 2010
सर्वश्रेष्ठ करेंट अफेयर्स प्रस्तुतकर्ता (न्यूज़ टेलीविजन अवार्ड)2011
सीएच मोहम्मद कोया अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म2011
इंटरनेशनल प्रेस इंस्टीट्यूट – इंडिया अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन जर्नलिज्मदिसंबर 2013
यह तालिका करन थापर की विभिन्न पुरस्कारों और उपलब्धियों को विस्तार से प्रस्तुत करती है।

उन्होंने पत्रकारिता में अपने करियर के दौरान कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त किए हैं। उनकी बेबाकी और निर्भीकता ने उन्हें एक विशेष पहचान दिलाई है।

करन थापर के अवार्ड्स

दिसंबर 2003 में प्रतिष्ठित एशियाई टेलीविजन पुरस्कारों के दस साल के इतिहास में पहली बार दोनों करंट अफेयर्स ट्रॉफियां एक ही व्यक्ति ने जीतीं। दिसंबर 2005 में, करण थापर ने एशियाई टेलीविजन पुरस्कारों में दूसरा रिकॉर्ड बनाया जब वह तीन अलग-अलग अवसरों पर सर्वश्रेष्ठ करंट अफेयर्स प्रस्तुतकर्ता ट्रॉफी जीतने वाले पहले व्यक्ति बने।

Karan Thapar Awards

दिसंबर 2007 में करण थापर ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया जब उन्होंने सीएनएन-आईबीएन पर अपने नियमित साप्ताहिक कार्यक्रम डेविल्स एडवोकेट के लिए चौथी बार सर्वश्रेष्ठ करंट अफेयर्स प्रस्तुतकर्ता का एशियाई टेलीविजन पुरस्कार जीता।

करन थापर की कुल संपत्ति (Karan Thapar Net Worth)

करन थापर की कुल संपत्ति का अनुमान लगभग $5 मिलियन (लगभग 40 करोड़ भारतीय रुपये) है। उनकी संपत्ति का मुख्य सोर्स उनकी पत्रकारिता और लेखन से है। विभिन्न समाचार चैनलों के साथ उनके कॉन्ट्रैक्ट और उनकी पुस्तकों की बिक्री ने उन्हें आर्थिक स्थिरता प्रदान की है।

Karan Thapar Net Worth

इसके अलावा, वे अलग-अलग संस्थानों में लेक्चर देते हैं और कई प्रमुख सम्मेलनों में स्पीकर के रूप में शामिल होते हैं, जो उनकी आय का एक और स्रोत है। करन थापर अपनी संपत्ति का उपयोग समाज सेवा और शिक्षा के क्षेत्र में भी करते हैं। वे कई चैरिटेबल संस्थाओं से जुड़े हुए हैं और शिक्षा के क्षेत्र में भी योगदान देते हैं।

करन थापर एक प्रतिष्ठित और सम्मानित पत्रकार हैं, जिन्होंने भारतीय पत्रकारिता में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उनकी शिक्षा, उनके तीखे सवालों की शैली, और उनकी लिखी पुस्तकों ने उन्हें एक यूनिक पर्सनालिटी बनाया है। उनकी पत्रकारिता की यात्रा प्रेरणादायक है और उनकी उपलब्धियाँ यह साबित करती हैं कि सच्चाई और बेबाकी की ताकत हमेशा उच्च स्थान पर होती है।

करन थापर का जीवन और करियर हमें यह सिखाता है कि अगर हम अपने पेशे के प्रति सच्चे और ईमानदार रहें, तो सफलता और पहचान निश्चित रूप से हमारे कदम चूमती है। उनके जैसे पत्रकारों की आवश्यकता हर समाज में होती है, जो सच और निष्पक्षता के लिए खड़े हों और समाज को सही दिशा दिखाएं।

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