Covishield Vaccine से हो रहा ब्रेन डैमेज और हार्ट अटैक, कंपनी के खिलाफ हुए 50 से ज्यादा केस दर्ज

Covishield Vaccine Side Effects: कोरोना(Covid-19) महामारी ने लगभग पूरी दुनिया में तबाही मचा दी थी। इसके कारण कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस दौरान लोगों को कोरोना से बचाने के लिए ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका (Oxford-Astrazeneca) की वैक्सीन(Covishield) लगाई गयी थी। भारत में अदार पूनावाला के सीरम इंस्टिट्यूट ने इस वैक्सीन का निर्माण किया था। इस वैक्सीन के सफल परिक्षण के बाद ये पूरे भारत में लगाई गयी।

50 से ज्यादा केस दर्ज

महामारी के करीब 4 साल बाद एक मामला सामने आया है जिसमें एक शख्स ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका (Oxford-Astrazeneca) को कोर्ट के चक्कर लगवा दिए हैं। ब्रिटेन में जेमी स्कॉट नाम के एक शख्स ने एस्ट्राजेनेका कंपनी के खिलाफ कोर्ट में केस किया है। उन्होंने कहा है कि इस कंपनी की वैक्सीन(Covishield) लगवाने के बाद उन्हें ब्रेन डैमेज हुआ था। इसके साथ कई लोगों द्वारा कंपनी के खिलाफ 50 से ज्यादा केस दर्ज करवाए जा चुके हैं।

लोगों ने की मुआवजे की मांग

पीड़ित लोग कंपनी की Covishield Vaccine की वजह से हुई परेशानी के लिए करीब 1000 करोड़ रुपये मुआवजे की मांग कर रहे हैं। भारत में करीब 80 फीसदी वैक्सीन डोज Covishield की ही लगाई गई है। उनके जैसे कई लोगों ने वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स को लेकर कोर्ट में केस किया हुआ है। उनके मुताबिक इस वैक्सीन को लगवाने के बाद उन्हें कई तरह के साइड इफेक्ट्स का सामना करना पड़ा है। उन्होंने ये भी कहा है कि कंपनी ने इस बारे में पहले कोई जानकारी नहीं दी थी। जेमी स्कॉट के अलावा कई लोग अब वैक्सीन से हुई परेशानियों के लिए कोर्ट में मुआवजे की मांग कर रहे हैं।

कंपनी ने माने आरोप

कंपनी पर लग रहे आरोपों के बाद Astrazeneca ने कबूल किया कि उसकी Covid 19 Covishield Vaccine से साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। उनका कहना है कि जिस वैक्सीन को दुनियाभर में और भारत में भी कोविशील्ड और वैक्सजेवरिया ब्रांड के नाम से बेचा गया था, वह लोगों में खून के थक्के जमा(Blood Clot) सकती है। इसके साथ यह वैक्सीन कई साइड इफेक्ट्स भी पैदा कर सकती है। उन्होंने ये भी कहा है कि इस वैक्सीन के कारण हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक और प्लेटलेट्स गिरने जैसे दुष्प्रभाव हो सकते है। इसके साथ उन्होंने ने ये भी दिलासा दिया कि ऐसा बहुत कम मामलों में ही होगा। इससे आम को डरने की आवश्यकता नहीं है।

UK की हाई कोर्ट में अपना अपनी दलील पेश करते हुए कंपनी ने इस बात को माना कि बहुत कम मामलों में उनकी Covishield Vaccine थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS) का कारण बन सकती है। ये भी बहुत दुर्लभ मामलों में होगा कि इसकी वजह से लोगों को हार्ट अटैक या ब्रेन स्ट्रोक आये। इस बात को मानने के बावजूद कंपनी लोगों की मुआवजे की मांग को स्वीकार करने से पीछे हट रही है। उनका कहना है कि इतने बड़े स्तर पर वैक्सीन के बाद कुछ ही लोगों में यह समस्या होने की सम्भावना है।

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