Maruti Suzuki: मारुति सुजुकी भारत में स्पोर्टी कार बनाने के लिए नहीं जानी जाती है। हालाँकि, ग्लोबली इसके पास स्विफ्ट स्पोर्ट जैसी कारें हैं। Swift Sport के बारे में लंबे समय से इंडियन मार्केट में अफवाह थी। नई स्विफ्ट के लॉन्च के समय भी इस कार को लेकर अफवाहें उड़ीं।
हालाँकि, Maruti के पास सभी उत्साही लोगों के लिए बुरी खबर है क्योंकि वह भारत में स्विफ्ट का स्पोर्टी एडिशन लाने की योजना नहीं बना रही है।
मारुति की सबसे स्पोर्टी कार के बारे में
ग्लोबली सुजुकी के पास Swift Sport काफी समय से मौजूद थी। लास्ट जनरेशन के मॉडल को भारत में टेस्टिंग के दौरान भी देखा गया था, जो 1.4-लीटर टर्बो इंजन और कॉस्मेटिक बदलावों के साथ आयी था। जाहिर है, इसे किसी थर्ड पार्टी द्वारा कम्पोनेंट टेस्टिंग के लिए खरीदा गया था। कुछ बाज़ारों में, स्विफ्ट, फ्रोंक्स के जैसे ही 1.0-लीटर बूस्टर जेट के साथ आती है जिसे RS वैरिएंट कहा जाता है।
स्पोर्टी कार ना बनाने का कारण
ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से Maruti कंपनी Swift Sport Variant बनाने की योजना नहीं बना रही है। सबसे बड़ा कारण इसमें शामिल लागत (Cost) है। लोकल 1.0-लीटर बूस्टर जेट इंजन के साथ भी, मारुति को प्रोडक्शन करने में बहुत ज्यादा खर्च करना पड़ेगा। कंपनी को लगता है कि खरीदारों के एक स्पेशल वर्ग के लिए इतना ज्यादा इन्वेस्टमेंट लायक नहीं होगा।
साथ ही, मारुति को नहीं लगता कि स्विफ्ट को और ज्यादा बढ़ावा देने की जरूरत है क्योंकि यह पहले से ही एक स्पोर्टी कार के रूप में जानी जाती है। बलेनो RS का फ़ैल होना एक और कारण है कि मारुति ऐसे प्रोडक्ट्स को आज़माने की कोशिश नहीं कर रही है।
स्विफ्ट का स्पोर्टी वर्जन एक सपना?
सुजुकी ने अभी तक नई जनरेशन की सुजुकी स्पोर्ट को ग्लोबली लॉन्च नहीं किया है। इसे ग्लोबली कब लॉन्च किया जाएगा, इसकी अभी कोई जानकारी नहीं है, लेकिन इसकी बहुत संभावना नहीं है कि सुजुकी स्पोर्ट नेमप्लेट को हटा देगी। एक ऑप्शन जो Maruti आज़मा सकती है वह है नई Swift Sport को CBU को लाना।
यह भारत सरकार की उस नीति का उपयोग कर सकता है जो होमोलॉगेशन की आवश्यकता के बिना 2,500 यूनिट्स तक के इम्पोर्ट की अनुमति देती है। फिर भी, मार्केटिंग और ट्रेनिंग इन्वेस्टमेंट के कारण CBU रूट भी मुश्किल है। तो फिलहाल भारत में स्विफ्ट का स्पोर्टी वर्जन देखना एक सपना बना हुआ है।