World Thalassaemia Day 2024: हर साल 8 मई को मनाया जाने वाला विश्व थैलेसीमिया दिवस, थैलेसीमिया के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है, जो असामान्य हीमोग्लोबिन प्रॉडक्शन के कारण होने वाला एक रोग है। थैलसेमिया एक जन्मजात रोग है जिसमें रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होती है जिससे एनीमिया और कई परेशानियां हो सकती हैं।
यह रोग लोगों के जीवन को प्रभावित कर सकता है, लेकिन दिए गए पॉइंट्स की मदद से इसका सामना किया जा सकता है। अगर आप ऐसे संभावित स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हैं, तो थैलसेमिया से बचने के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स हैं जो हम आपके साथ साझा कर रहे हैं।
खानपान में पौष्टिकता का ध्यान रखें
अपने भोजन में पौष्टिक तत्वों को शामिल करें, जैसे कि फल, सब्जियां, अंडे, दूध आदि। ये खाद्य पदार्थ हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
नियमित चिकित्सा जांचें
थैलसेमिया के रोगी को नियमित रूप से चिकित्सा जांच करवाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे उनके स्वास्थ्य का सही ध्यान रखा जा सकता है और संभावित समस्याओं को पहचाना जा सकता है।
रेगुलर एक्सरसाइज़ करें
नियमित व्यायाम करना और योग करना हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है और हीमोग्लोबिन के स्तर को भी बनाए रखने में मदद कर सकता है।
डायट का ध्यान रखें
ध्यान दें कि आपकी डाइट में खासकर उसे चीजों को शामिल किया जाए जो हीमोग्लोबिन उत्पादन में मदद कर सकती हैं, जैसे कि अंडे, सूखे फल, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि।
संतुलित विश्राम
निद्रा की पूरी और अच्छी रात्रि चाहिए। इससे शरीर को विश्राम मिलता है और स्वास्थ्य को संतुलित रखने में मदद मिलती है।
ज्यादा पानी पियें
हाइड्रेटेड रहना हर किसी के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन विशेष रूप से थैलेसीमिया रोगियों के लिए। यह रक्त की मात्रा को बनाए रखने में मदद करता है।
संक्रमण से बचाव
थैलेसीमिया के मरीज़ अक्सर अपनी कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। अच्छी स्वच्छता अपनाना, सिफारिश के अनुसार टीका लगवाना और बीमार व्यक्तियों से दूर रहना संक्रमण को रोकने में मदद कर सकता है।
आनुवंशिक परामर्श (Genetic counselling)
थैलेसीमिया एक आनुवंशिक विकार है, इसलिए आनुवंशिक परामर्श से व्यक्तियों को यह समझने में मदद मिल सकती है कि यह स्थिति उनके बच्चों में फैलने का जोखिम है और उन्हें इसके बारे में सूचित किया जा सकता है।
भावनात्मक समर्थन
थैलेसीमिया जैसी खतरनाक स्थिति के साथ रहना भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। परिवार, दोस्तों, सहायता समूहों या मानसिक स्वास्थ्य प्रोफेशनल से सहायता मांगने से मरीज को बहुत मदद मिल सकती है।
निष्कर्ष
इन टिप्स का पालन करने से थैलसेमिया रोगियों के हीमोग्लोबिन स्तर को बनाए रखने में मदद मिल सकती है और कुल में उनके स्वास्थ्य क्वालिटी में सुधार हो सकता है। हालांकि, मरीजों को समय पर मेडिकल ट्रीटमेंट करवाना जरुरी है जिससे उन्हें एक अच्छा स्वास्थ्य प्रचार मिल सके।